मुक्तक- खूब की है पढ़ाई
मुक्तक- खूब की है पढ़ाई मज़ा आ गया
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खूब की है पढ़ाई मज़ा आ गया,
कोट है और टाई मज़ा आ गया,
एक ठेला लिए सैर करता हूँ मैं,
बेचता हूँ मिठाई मज़ा आ गया।
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 08/11/2020

आकाश महेशपुरी
कुशीनगर
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