May 22, 2020 · गज़ल/गीतिका
मार देगी जिंदगी।
रास्तें हर बार देगी जिन्दगी।
थक गये तो मार देगी जिन्दगी।
दर्द में भी मुस्कुराने की अदा,
आ गयी तो प्यार देगी जिन्दगी।
कब कहानी मोड़ लेगी क्या पता,
कब नए किरदार देगी जिन्दगी।
मर्ज भी देगी तुझे, फिर बाद में,
मर्ज का उपचार देगी जिन्दगी।
इस किनारे का बक़ाया बाँधकर,
गठरियां उस पार देगी जिन्दगी।
जिन्दगी के बाद की सांसे ‘विनय’,
मौत को उपहार देगी जिन्दगी।
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Name- Vinay baali singh Belong to Ballia Disstt. U.P. Education - BA Gov. Servant ,...

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