Jan 13, 2021 · कविता
“माघी त्योहार“
रोशन हो प्रकाश, प्यार के साथ, मिठास का स्वाद, लोहरी,पोंगल,मकर संक्रांति का त्योहार!
रंगों की बहार,पतंग जो बनी मोर,नाच रही आसमान की ओर!
कृषकों का उत्साह, तिल कूट का प्रसाद,दान और पूजा पाठ का वरदान!
नई फ़सल,नई आशा, नया साल,उम्मीद के साथ, बढ़ते दिन का अहसास!
ठंड के मौसम में, गरमाहट का आभास,
लोहरी,पोंगल,संक्रांति और खिचड़ी के साथ, जुड़ा यह त्योहार!
लोकगीतों की भरमार, ढोलक की तान, गन्ने की मिठास,त्योहार के साथ!
हर्ष और उल्लास से भरपूर,पावन और पवित्र,त्योहार!
सपना
(बैंकॉक,थाईलैंड)
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