Nov 1, 2018 · कविता
माँ
सबकी किस्मत में ये दौलत कहां होती है
खुशनसीब होते हैं जिनकी मां होती है
जिसके कदमों में जन्नत है
जिससे जिंदगी रवां होती है
वो नींद भर नहीं सोती
जब बेटी जवां होती है
ये तो खुद कुदरत है
न लफ़्ज़ों से बयां होती है
वो तो प्रेम का दरिया और
ममता की इंतिहा होती है
जीवन की अंधेरी राहों में
वो तो कहकशां होती है
उसकी गोद में सपने पलते हैं
और नस्लें जवां होती हैं
बोल वो खुदा के होते हैं
जो मां की जुबां होती है
This is a competition entry: "माँ" - काव्य प्रतियोगिता
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