
Jul 26, 2016 · कविता
मखमली बदन
अक्षर-दर-अक्षर
शब्द-दर-शब्द
जोड़कर बनाता हूँ
कुछ पंक्तियाँ…
कुछ गीत…
कुछ कविताएँ…
जिन्हे उतारना चाहता हूँ
तुम्हारे मखमली बदन के केनवास पर
तुम्हारे प्रेम के रंग में…..रंग कर
Suneel Pushkarna

suneelpushkarna@gmail.com समस्त रचना स्वलिखित

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