
Apr 17, 2020 · कविता
भूल कर सारी दुनिया को
फासला यूं ही
मिटा देते है
लिखते है
नाम कागज़ पर
तुझे समक्ष अपने
पा लेते है
भूल कर सारी
दुनिया को
तुझे सीने से
लगा लेते है ।
भूपेंद्र रावत
16।04।2020

M.a, B.ed शौकीन- लिखना, पढ़ना हर्फ़ों से खेलने की आदत हो गयी है पन्नो को...

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