
Jun 8, 2016 · मुक्तक
भारत की माता
तरलता भी रहे मन में, जिगर फौलाद हो जाये ।
बने गाँधी मगर कुछ तो, भगत आजाद हो जाये।
यही बस चाह रखती है, सभी भारत की मातायें-
विवेकानन्द के जैसी, उसे औलाद हो जाये ।
विनय बाली सिंह।

Name- Vinay baali singh Belong to Ballia Disstt. U.P. Education - BA Gov. Servant ,...

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