
Apr 10, 2017 · कविता
निगाहें मिला मुझसे
चल निगाहें मिला मुझसे,
मुझे मेरी तस्वीर देखनी है,
ज़िंदगी की बांहो में आ,
मुझे मेरी तक़दीर देखनी है,
ये कैसी मोहब्बत है मेरी,
जिसकी मंज़िल ना कोई मरहम,
हाथ दे अपना हाथो में मेरे,
मुझे मेरी लकीर देखनी है,
चल निगाहें मिला मुझसे,
मुझे मेरी तस्वीर देखनी है,
मुश्किल हो रहा है जीना मेरा,
ज़िंदगी मुझपर हाथ सेकती है,
सब कुछ मिला तुमसे फिर क्यों,
आंखे मेरी अहसास फेकती है,
चल निगाहें मिला मुझसे,
मुझे मेरी तस्वीर देखनी है,

‘‘तनहा शायर हूँ’’ | यश पाल सेजवाल ( जन्म 10 मार्च 1 9 80 ),...

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