
Jan 19, 2017 · कविता
दिल कि खोली
खाली है दिल कि खोली इसको भर दो
कुछ दौलत अपनी हमे ईनाम कर दो
नहीं चाहिये कुबेर या जमीं का टुकड़ा
थोड़ी सी चाहत अपनी मेरे नाम कर दो !!
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डी के निवातिया

नाम: डी. के. निवातिया पिता का नाम : श्री जयप्रकाश जन्म स्थान : मेरठ ,...

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