तू मेरे मन मधुबन बन जा
मेरे प्रियतम तू मेरे मन मधुबन बन जा
भीगती रहूँ मैं तू ऐसा सावन बन जा
आ बसा लू तुझे अपनी साँसो में
मेरे दिल की तू धड़कन बन जा
तू मेरे साजन मेरे दिलवर मेरी जान है
आ मेरी चुडियोँ की खन-खन बन जा
तू ही मेरी दुनिया बस तुम्हें ही चाहा
आ मेरी पायल की छन-छन बन जा
तू मेरे लिये रब है ,मै तेरी पूजारिन हूँ
सतरंगी सपने सजाऊँ तूअन्तर्मन बन जा
कवि :दुष्यंत कुमार पटेल”चित्रांश”

दुष्यंत कुमार पटेल "चित्रांश"
110 Posts · 21k Views
नाम- दुष्यंत कुमार पटेल उपनाम- चित्रांश शिक्षा-बी.सी.ए. ,पी.जी.डी.सी.ए. एम.ए हिंदी साहित्य, आई.एम.एस.आई.डी-सी .एच.एन.ए Pursuing -...

You may also like: