
Jul 27, 2016 · कविता
जिन्दगी
लाल हरी गुलाबी सी
गुब्बारे सी छोटी जिदंगी,
डोर सी छूटती जिन्दगी
हरी पीली सी जिन्दगी
आसमां को छूतीजिन्दगी
जन्मदिन सी सुहानी जिन्दगी
लाल पीली नीली सी
गुब्बारे सी सजी जिन्दगी
धडकनों में खोयी जिन्दगी
धुएं में उडती सी जिदंगी,
अपनों को ढूढती जिन्दगी
बच्चों सी प्यारी जिन्दगी

डॉ मधु त्रिवेदी शान्ति निकेतन कालेज आफ बिजनेस मैनेजमेंट एण्ड कम्प्यूटर साइंस आगरा प्राचार्या, पोस्ट...

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