
Jun 7, 2016 · कविता
जल
धरा निर्जल
सूखा गंगा जल
प्यासा मन
दुःख भरा कल!!

सुधा सिंह रिहन्द नगर, सोनभद्र संघर्षरत जीवन में कटू यथार्थ झेलते हुए मन जब कल्पनाओं...

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