चाँद सा मुखड़ा तेरा
सुंदर सलोनी सूरत है उर चाँद सा मुखड़ा तेरा
दिल — जो हेै — मेरा दिलदार मगर है तेरा
प्यार मेरा तू मगर परवाना दिल है ये तेरा
तू जिंदगी मेरी मगर जीवन है सारा ये तेरा
तू गोपी हेै गौ-धाम की कृष्णा है मगर ये तेरा
खेत है मेरा मगर खलियान भी है ये तेरा
रात है मेरी मगर ये चाँद हंसी है तेरा
सुंदर सलोनी सूरत है उर चाँद सा मुखड़ा तेरा
तू पासआ लगजा गले दिलवर है बैठा ये तेरा
ये आन है मेरी मगर अरमान सारा है तेरी

कृष्णकांत गुर्जर
211 Posts · 11.2k Views
संप्रति - शिक्षक संचालक -G.v.n.school dungriya लेखन विधा- लेख, मुक्तक, कविता,ग़ज़ल,दोहे, लोकगीत भाषा शैली -...

You may also like: