
Feb 22, 2021 · कविता
*"गीत"*
*”गीत”*
गीत गाये ,भाव आये,
सुर तेरे ,गीत मेरे।
गीत गाओ ,मीत आओ ,
मोह जागे ,नेह धागे।
प्रेम पाऊँ ,झूम जाऊँ,
देख भूली, डाल झूली।
प्रीत धागा ,संग बांधा ,
चाह तेरी ,राह मेरी।
फाग आया ,रंग लाया,
गीत गाया ,साथ भाया।
साज बाजे ,ढोल बाजे ,
गीत गाते ,झूम जाते।
*शशिकला व्यास*✍️

एक गृहिणी हूँ मुझे लिखने में बेहद रूचि रखती हूं हमेशा कुछ न कुछ लिखना...

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