
Jun 22, 2016 · गज़ल/गीतिका
ग़ज़ल :--पेट भरता कभी दिल्लगी से नहीं !!
ग़ज़ल :– पेट भरता कभी दिल्लगी से नहीं !!
चाँद में दाग , कहते यकीं से नहीं !
बात बनती हमारी जमीं से नहीं !!
रूबरू जब से मैं तुमसे हुआ हूँ !
शिकायत मुझे जिंदगी से नहीं !!
मिलने-मिलाने के मौशम जवां है !
तुम आओ मगर बेबसी से नहीं !!
जाना मगर , तुम थोड़ी देर ठहरो !
पेट भरता कभी दिल्लगी से नहीं !!
हुस्न जमकर लुटाओ यहाँ आज !
अब शर्म-ओ-हया रोशनी से नहीं !!
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नाम - अनुज तिवारी "इन्दवार" पता - इंदवार , उमरिया : मध्य-प्रदेश लेखन--- ग़ज़ल ,...

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