
Jul 7, 2016 · कविता
कुंडलिया
*दोहे*
योग्य विवश होकर यहाँ, झेल रहे संताप।
बना हुआ है देश में, आरक्षण अभिशाप।
वंचित हैं वे आज भी, जिनका है अधिकार।
जाने ‘कब’ इस शाप से, होगा जन उध्दार।
इषुप्रिय शर्मा’अंकित’
रामपुरकलाँ,सबलगढ(म.प्र.)

कार्य- अध्ययन (स्नातकोत्तर) पता- रामपुर कलाँ,सबलगढ, जिला- मुरैना(म.प्र.)/ पिनकोड-476229 मो-08827040078

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