
Apr 17, 2020 · मुक्तक
एक दायरा हमनें भी बना रखा है
एक दायरा हमनें भी बना रखा है
अपनी ख्वाइशों को हमनें भी दबा रखा है
माना गर्दिश में सितारे है आजकल
मौत को हमनें भी गले से लगा रखा है
भूपेंद्र रावत
25।04।2020

M.a, B.ed शौकीन- लिखना, पढ़ना हर्फ़ों से खेलने की आदत हो गयी है पन्नो को...

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