
Feb 23, 2021 · मुक्तक
उसकी कातिल अदाओं ने
उसकी कातिल अदाओं ने
उसकी कातिल अदाओं ने, परेशां किया मुझको
उसकी सागर सी झील सी आँखों ने, कातिल किया मुझको
हमारा इरादा तो कुछ ही था, इस जिन्दगी में
उसकी भीगी – भीगी जुल्फों ने , बेचैन किया मुझको

मैं अनिल कुमार गुप्ता , शिक्षक के पद पर कार्यरत हूँ मुझे कवितायें लिखने ,...

You may also like: