
" कला "
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हमें आदत नहीं है किसी से यूं ही रूठ जाने की ,
क्योंकि हमें मालूम है इतना फुर्सत नहीं है किसी के पास हमें मनाने की ।
वो क्या है ना हमें आदत नहीं है किसी को बार बार आजमाने की ,
क्योंकि कला तो हमारे पास भी नहीं है किसी को मनाने की ।।
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
🙏 धन्यवाद 🙏
✍️ ज्योति ✍️
नई दिल्ली
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