
Jan 19, 2017 · गज़ल/गीतिका
अजन्मी बिटिया की पुकार
अम्माँ तेरी कोख में ,दे जीवन उपहार ।
तेरे अँगना मैं पलुँ , कर सपने साकार ।
मैया कली बन खिलुँ ,दे जनम अधिकार ।
भैया की बहना बनुँँ ,न दे कोख में मार ।
लक्ष्मी बनकर आँऊगी ,तेरे आँगन द्वार ।
मेरी साज़ सवाँर कर , मैं तेरा अवतार ।
माँ की गोद में मिले ,जीवन को आकार ।
भैया के संग खेलते ,हो सपने साकार ।
This is a competition entry: "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता
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