
Aug 29, 2018 · कविता
अग्रसेन जी की आरती।
जय अग्रसेन महाराज ,प्रभु अग्रसेन महाराज
आपके पदचिन्हों पर, चलता अग्र समाज
जय अग्रसेन महाराज
द्वापर युग मे जन्में, अग्रसेन भगवान
आपकी महिमा गाकर, हम करते गुणगान
जय अग्रसेन महाराज
क्षत्रिय धर्म को त्यागा , किया बलि से इंकार
वैश्य धर्म अपनाकर, मानवता से प्यार
जय अग्रसेन महाराज
गोत्र अठारह देकर, किया खूब विस्तार
महालक्ष्मी से पाया, कुलदेवी का प्यार
जय अग्रसेन महाराज
एक ईंट एक मुद्रा,का दीन्हा सन्देश
समतावाद का जग को, दिया नया परिवेश
जय अग्रसेन महाराज
आपके आदर्शों पर, चलते हैं अग्रवाल
धन बल श्रम बुद्धि से , होते मालामाल
जय अग्रसेन महाराज
बसा हुआ अग्रोहा , आपका पावन धाम
बनते दर्शन करके, सबके बिगड़े काम
जय अग्रसेन महाराज
अग्रसेन जी की आरती, देती खुशी अपार
करे ‘अर्चना’ सब जन, करके जय जय कार
जय अग्रसेन महाराज
29–08-2018
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

डॉ अर्चना गुप्ता (Founder,Sahityapedia) "मेरी तो है लेखनी, मेरे दिल का साज इसकी मेरे बाद...

You may also like: