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11 May 2021 · 1 min read

?दोहे?

मज़बूरी का फ़ायदा , लेते लोग कलंक।
प्रभु इनको सद्बुद्धि दे , या दे यमपुर अंक।।

सबके सुनें विचार जो , मन से वही निरोग।
अपनी ही गाते रहें , रोगी हैं वो लोग।।

आली-आली में खड़ी , हँस मटकाए नैन।
अंग-अंग घायल करे , छीने मन उर चैन।।

नेक कर्म से नाक हो , धरा लगे ये नाक।
पग-पग ख़ुशियाँ झूमती , हृदय रहे बन पाक।।

दर्दनिवारक है हँसी , देती राहत जोश।
जो सोया हो शोक़ में , यही दिलाए होश।।

अंतर में मत्सर भरे , करे ओज से दूर।
सुरा पान जैसे किया , मन हो बेसुध क्रूर।।

मलयज मन को कीजिये , महकाए हर संग।
असर करे ना डंक विष , कोशिश व्यर्थ भुजंग।।

#आर.एस.’प्रीतम’
सर्वाधिकार सुरक्षित दोहे

Language: Hindi
2 Likes · 4 Comments · 321 Views
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