? शेरो का काम है?
शेरो का काम है
मेरे इस देश में गीदड़ों का कोई काम नही है,,
मुझे तो बस मेरे शेरो से ही काम बाकी किसी से काम नही है,,
गीदडो की आवाज न कान सुहाती है,,
मुझे तो बस सिंह की गर्जना ही भाती है,
गिदड़ो का तो कोई ठिकाना है न राज,,,
बब्बर शेर तो करते पूरे जंगल पर राज,,,
भारत के हर घर मे हम शेर देख आये,,,
विरल ही मिलते है कही जगह ये गीदड़ नजर आये,,,
सोनु जैन मंदसौर,,,