◆मकरसंक्रांति का त्यौहार◆
मकरसंक्रांति का त्यौहार
◆ तिल में मिली गुड़ तो तिलकुटा बना,,
मकरसंक्रांति पर हर घरऔर मोहल्ले में खीचड़ा बना।
◆ मन खुशियों से भावविभोर नाच उठा,,
कटी पतंग तो बच्चों में हुड़दंगा मचा।
◆ मुफ़लिसों में तिल के लड्डू का वितरण हुआ,,
बच्चा बच्चा दिल से खुश हुआ।
◆जरूरत मन्दों में कपड़ों का वितरण हुआ।
ठिठुरती ठण्ड में तन को सहारा मिला।
◆ त्यौहार से कुछ गरीबो का भला हुआ,,
रोज ही त्यौहार होता कोई भूख से न मरता तड़पता हुआ ।
◆दान दाताओ को उमड़ता सैलाब नजर आता हुआ,,,
करते अधर्म बारहमास दिखता इस दिन धर्म करता हुआ।
गायत्री सोनु जैन मन्दसौर????????