Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2018 · 1 min read

ॐ नमः शिवायः

।।ॐ नमः शिवायः।।

श्रवण मास शिव भजकर ।
लोभ मोह को तजकर ।

चल शरण शिव की तू ,
भक्ति भाव से तरकर ।

दाता हैं शिव त्रिपुरारी ,
देते हरदम झोली भरकर ।

कटते सारे शूल जगत के ,
जपता चल बस हर हर ।

मुक्त रहे मन भय काल से ,
दर्शन तू महाकाल के कर ।

अनाथ नही है तू जग में ,
नाथ खड़े विश्वनाथ बनकर ।

पाता है मन वो सोम समान ,
बसे ध्यान जिसके सोमेश्वर ।

राम कहाँ है दूर कभी उससे ,
नित जाप करे जो रामेश्वर ।

चलता चल शिव छाँव तले ,
“निश्चल” मन हर हर कर ।

“निश्चल” मन हर हर कर ।

।।ॐ नमः शिवायः।।

विवेक दुबे”निश्चल”@…

332 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*Author प्रणय प्रभात*
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
नूरफातिमा खातून नूरी
गोलगप्पा/पानीपूरी
गोलगप्पा/पानीपूरी
लक्ष्मी सिंह
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
2449.पूर्णिका
2449.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बने महब्बत में आह आँसू
बने महब्बत में आह आँसू
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
करूँ प्रकट आभार।
करूँ प्रकट आभार।
Anil Mishra Prahari
कुण्डलिया
कुण्डलिया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
💐प्रेम कौतुक-394💐
💐प्रेम कौतुक-394💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हमारे प्यार का आलम,
हमारे प्यार का आलम,
Satish Srijan
हिंदी की दुर्दशा
हिंदी की दुर्दशा
Madhavi Srivastava
औरों के धुन से क्या मतलब कोई किसी की नहीं सुनता है !
औरों के धुन से क्या मतलब कोई किसी की नहीं सुनता है !
DrLakshman Jha Parimal
।। लक्ष्य ।।
।। लक्ष्य ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
नींद आती है......
नींद आती है......
Kavita Chouhan
জীবন নামক প্রশ্নের বই পড়ে সকল পাতার উত্তর পেয়েছি, কেবল তোমা
জীবন নামক প্রশ্নের বই পড়ে সকল পাতার উত্তর পেয়েছি, কেবল তোমা
Sakhawat Jisan
हमारी जान तिरंगा, हमारी शान तिरंगा
हमारी जान तिरंगा, हमारी शान तिरंगा
gurudeenverma198
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
Shweta Soni
हो असत का नगर तो नगर छोड़ दो।
हो असत का नगर तो नगर छोड़ दो।
Sanjay ' शून्य'
सफ़ीना छीन कर सुनलो किनारा तुम न पाओगे
सफ़ीना छीन कर सुनलो किनारा तुम न पाओगे
आर.एस. 'प्रीतम'
किस हक से जिंदा हुई
किस हक से जिंदा हुई
कवि दीपक बवेजा
*ए फॉर एप्पल (लघुकथा)*
*ए फॉर एप्पल (लघुकथा)*
Ravi Prakash
मरना बड़ी बात नही जीना बड़ी बात है....
मरना बड़ी बात नही जीना बड़ी बात है....
_सुलेखा.
You cannot find me in someone else
You cannot find me in someone else
Sakshi Tripathi
गर कभी आओ मेरे घर....
गर कभी आओ मेरे घर....
Santosh Soni
ईश्वर का
ईश्वर का "ह्यूमर" रचना शमशान वैराग्य -  Fractional Detachment  
Atul "Krishn"
"I'm someone who wouldn't mind spending all day alone.
पूर्वार्थ
शब्दों में समाहित है
शब्दों में समाहित है
Dr fauzia Naseem shad
होली गीत
होली गीत
Kanchan Khanna
मेरी माँ
मेरी माँ
Pooja Singh
Loading...