” होंसला तुमने दिया , बढ़ते रहे कदम ” !!
पीछे जो देखा ,
एहसास हो गया !
फासले हुए कम ,
विश्वास हो गया !
मनभावन लागी –
जीवन की सरगम !!
झूमती बहारों ने ,
साथ वो दिया !
आतप सह डाले ,
ऊफ ना किया !
आँखों में आंसू –
बाँहें डाले हम !!
जागे शहरों में ,
सिमटे दिन रात !
रीते ही बीते ,
कितने मधुमास !
भूले सितम सारे –
जब मुस्काये तुम !!
अल्हड़ सपनों संग ,
यथार्थ जी लिया !
हिस्से गरल आया ,
गरल पी लिया !
खुशियों का अवलम्बन –
मिलता रहा हमदम !!
मंज़िल तक पहुंचे ,
प्रबंधन सफल !
हम तुम रहे साथ ,
चंदन पल पल !
महकी महकी साँसें –
महका यह जनम !!