Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jul 2016 · 1 min read

है कोई …………

है कोई …………
भूखे को भोजन प्यासे को पानी पिला दे
बीमार को दवा और अच्छे को अच्छा बता दे
जो खुद को संपन्न दूसरों को बढ़िया बता दे
खुद की गलती पर खुद को सजा दे
है कोई ….
जो सच्ची अपनी पहचान बना दे
दुष्ट विचारों का नामोनिशान मिटा दे
अपनों को अपना बना दे
बुने हुए सपनो को हकीकत बना दे
है कोई ….
जो खुद को इंसान बना दे
इंसानियत जैसा ईमान दिखा दे
मेरी हाँ में हाँ मिला दे
अपने को छोटा अगले को बड़ा बता दे
झूट फरेब के साथ खुद को बेईमान बता दे
है कोई ….
जो पौंधे को पेड बना दे
तने को टहनी बना दे
कमज़ोर को सशक्त बना दे
लाचार को आदर्श बना दे
है कोई ….
बड़ा है कोई तो बड़ापन दिखा दे
गरीबों को कभी अमीरी दिखा दे
बिना झगडे के कोई व्यवसाय चला दे
बीते हुए लम्हों को कभी अच्छा बता दे
____________________________________ बृज

Language: Hindi
2 Likes · 12 Comments · 815 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सुबह आंख लग गई
सुबह आंख लग गई
Ashwani Kumar Jaiswal
ये जीवन किसी का भी,
ये जीवन किसी का भी,
Dr. Man Mohan Krishna
2801. *पूर्णिका*
2801. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बसंत का मौसम
बसंत का मौसम
Awadhesh Kumar Singh
सम्मान गुरु का कीजिए
सम्मान गुरु का कीजिए
Harminder Kaur
लड़कियों को विजेता इसलिए घोषित कर देना क्योंकि वह बहुत खूबसू
लड़कियों को विजेता इसलिए घोषित कर देना क्योंकि वह बहुत खूबसू
Rj Anand Prajapati
" अलबेले से गाँव है "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
उसकी सुनाई हर कविता
उसकी सुनाई हर कविता
हिमांशु Kulshrestha
💐प्रेम कौतुक-552💐
💐प्रेम कौतुक-552💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"मां की ममता"
Pushpraj Anant
दुनियां कहे , कहे कहने दो !
दुनियां कहे , कहे कहने दो !
Ramswaroop Dinkar
मै श्मशान घाट की अग्नि हूँ ,
मै श्मशान घाट की अग्नि हूँ ,
Pooja Singh
"पतझड़"
Dr. Kishan tandon kranti
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
The_dk_poetry
स्वप्न ....
स्वप्न ....
sushil sarna
****उज्जवल रवि****
****उज्जवल रवि****
Kavita Chouhan
चाहे अकेला हूँ , लेकिन नहीं कोई मुझको गम
चाहे अकेला हूँ , लेकिन नहीं कोई मुझको गम
gurudeenverma198
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
Neelam Sharma
आने जाने का
आने जाने का
Dr fauzia Naseem shad
याद करेगा कौन फिर, मर जाने के बाद
याद करेगा कौन फिर, मर जाने के बाद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सबसे कठिन है
सबसे कठिन है
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*आदमी यह सोचता है, मैं अमर हूॅं मैं अजर (हिंदी गजल)*
*आदमी यह सोचता है, मैं अमर हूॅं मैं अजर (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
“ मैथिली ग्रुप आ मिथिला राज्य ”
“ मैथिली ग्रुप आ मिथिला राज्य ”
DrLakshman Jha Parimal
धानी चूनर में लिपटी है धरती जुलाई में
धानी चूनर में लिपटी है धरती जुलाई में
Anil Mishra Prahari
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं.....
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं.....
कवि दीपक बवेजा
खुला आसमान
खुला आसमान
Surinder blackpen
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
*Author प्रणय प्रभात*
माँ
माँ
Sidhartha Mishra
चिंतित अथवा निराश होने से संसार में कोई भी आपत्ति आज तक दूर
चिंतित अथवा निराश होने से संसार में कोई भी आपत्ति आज तक दूर
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
लम्हा भर है जिंदगी
लम्हा भर है जिंदगी
Dr. Sunita Singh
Loading...