Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Nov 2020 · 1 min read

हीरे का जन्म और मजदूर की कहानी

हजारों बरस लगे वसुंधरा के गर्भ में
चमक और आकार लेने में
फिर बरसो पड़ा रहा धरा की गहराई में
किसी की खुदाई के इंतजार में
चमकती हुई आंखें मूंदे गुमनामी के अंधेरों में
एक दिन वसुंधरा के सीने पर
मजदूर की कुदाल चल गई
सीना चीर दिया, मेरी आंख खुल गई
मेरे जन्म के साथ ही मजदूर की भी किस्मत बदल गई
मैं चमकीला पत्थर किस्तम मेरी संवर गई
अपने वजन और शुद्धता अनुसार नीलाम हो गया
जोहरी मेरा मोल समझ गया
तराश कर करीने से कीमती आभूषणों में जड़ दिया
मुझे कीमती रत्नों में शामिल कर दिया
अब लोग मेरी सुरक्षा करते हैं
मैं आभूषणों पर जड़ा इतराता हूं
मोलभाव के गणित में कई बार बिक जाता हूं
और वह मजदूर जिसने मुझे निकाला था बाहर
बोखला गया ढेर सारा धन पाकर
भौतिक सुख-सुविधाओं में सब उड़ा दिया
धन मिलते ही बौरा गया दिल सुरासुंदरी पर आ गया
कुछ ही दिनों में फिर कंगाली पर आ गया
फिर से मेरी तलाश में कुदाल लेकर आ गया
मैं सजता रहता हूं जूड़ामणि राजमुकटों में
कर्णफूल गले का हार कोहिनूर की तरह
बदलता रहता हूं सिंहासन गले बदल बदल कर
देश और दुनिया में बिकता रहता हूं
समय की कीमत अनुसार

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
4 Likes · 4 Comments · 312 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
भूल गया कैसे तू हमको
भूल गया कैसे तू हमको
gurudeenverma198
डॉ. राकेशगुप्त की साधारणीकरण सम्बन्धी मान्यताओं के आलोक में आत्मीयकरण
डॉ. राकेशगुप्त की साधारणीकरण सम्बन्धी मान्यताओं के आलोक में आत्मीयकरण
कवि रमेशराज
अजीब सी बेताबी है
अजीब सी बेताबी है
शेखर सिंह
*शिव शक्ति*
*शिव शक्ति*
Shashi kala vyas
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
Shweta Soni
रामदीन की शादी
रामदीन की शादी
Satish Srijan
पत्थर (कविता)
पत्थर (कविता)
Pankaj Bindas
* नव जागरण *
* नव जागरण *
surenderpal vaidya
💐💐दोहा निवेदन💐💐
💐💐दोहा निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
"पतवार बन"
Dr. Kishan tandon kranti
"मेरी बेटी है नंदिनी"
Ekta chitrangini
दिल की हसरत नहीं कि अब वो मेरी हो जाए
दिल की हसरत नहीं कि अब वो मेरी हो जाए
शिव प्रताप लोधी
बात उनकी क्या कहूँ...
बात उनकी क्या कहूँ...
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
"राबता" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मैं हू बेटा तेरा तूही माँ है मेरी
मैं हू बेटा तेरा तूही माँ है मेरी
Basant Bhagawan Roy
महसूस कर रही हूँ बेरंग ख़ुद को मैं
महसूस कर रही हूँ बेरंग ख़ुद को मैं
Neelam Sharma
*कागभुशुंडी जी थे ज्ञानी (चौपाइयॉं)*
*कागभुशुंडी जी थे ज्ञानी (चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सीख का बीज
सीख का बीज
Sangeeta Beniwal
दो शब्द
दो शब्द
Dr fauzia Naseem shad
गलतियाँ हो गयीं होंगी
गलतियाँ हो गयीं होंगी
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
23/67.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/67.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"सोच व स्वभाव की असली सूरत सदैव संयम के अनावृत्त
*Author प्रणय प्रभात*
इस तरह क्या दिन फिरेंगे....
इस तरह क्या दिन फिरेंगे....
डॉ.सीमा अग्रवाल
हम घर रूपी किताब की वह जिल्द है,
हम घर रूपी किताब की वह जिल्द है,
Umender kumar
प्यार इस कदर है तुमसे बतायें कैसें।
प्यार इस कदर है तुमसे बतायें कैसें।
Yogendra Chaturwedi
नता गोता
नता गोता
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
याचना
याचना
Suryakant Dwivedi
मैं उसी पल मर जाऊंगा ,
मैं उसी पल मर जाऊंगा ,
श्याम सिंह बिष्ट
,,
,,
Sonit Parjapati
Loading...