Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Mar 2017 · 1 min read

हाइबन

प्रदीप कुमार दाश “दीपक”
_______________________

हाइबन

बड़े भैया और मैं दोनों तीस वर्ष लंबे अंतराल के बाद घुमने निकले । घने विहड़ वनों की राहों में कई बार भटकने के उपरांत आखिर प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण गोमर्डा अभयारण्य के अद्भुत सुरम्य स्थल माडमसिल्ली पहुँच ही गये । पहुँचते ही सारी थकानें दूर हो गयीं ।

गहरे खड्डे में उतरते ही बचपन की सारी पुरानी यादें ताजी हो गयीं और हमारी खुशियों का कोई ठिकाना ही न रहा । माता जी की उंगलियों को पकड़ कर चलता एक सात साल का बालक मैं और बाबुजी की उंगलियों को पकड़ कर चल रहा बारह साल का एक नटखट बालक बड़े भैया की माडमसिल्ली से जुड़ी बचपन की सारी स्मृतियाँ मनः पटल पर आज अनायास दृश्यवत् हो उठीं । आज भी वही बड़े बड़े पेड़, बड़ी बड़ी चट्टानें, कलकल करता निर्झर और छोटा सा जलाशय मन को अभिभूत कर चले थे…….

स्वर्गीय माँ बाबुजी की कमी अचानक खलने लगी…… मुख की मुद्राएँ सहसा गंभीर हो चलीं………. भैया जी से आँसुओं को छिपाने के प्रयास में सफल हो गया………

अनायास रचना लेखनी से निःसृत हो उठी…………….

माडमसिल्ली
बचपन के साथ
गपिया चली ।

■ प्रदीप कुमार दाश “दीपक”
मो.नं. 7828104111

Language: Hindi
470 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ख्वाहिश
ख्वाहिश
Omee Bhargava
ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है
ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है
अनिल कुमार
💐प्रेम कौतुक-312💐
💐प्रेम कौतुक-312💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
Otteri Selvakumar
*कुछ रखा यद्यपि नहीं संसार में (हिंदी गजल)*
*कुछ रखा यद्यपि नहीं संसार में (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
बुरा वक्त
बुरा वक्त
लक्ष्मी सिंह
हर सीज़न की
हर सीज़न की
*Author प्रणय प्रभात*
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
राम आए हैं भाई रे
राम आए हैं भाई रे
Harinarayan Tanha
आप की असफलता में पहले आ शब्द लगा हुआ है जिसका विस्तृत अर्थ ह
आप की असफलता में पहले आ शब्द लगा हुआ है जिसका विस्तृत अर्थ ह
Rj Anand Prajapati
साँसें कागज की नाँव पर,
साँसें कागज की नाँव पर,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मै हिन्दी का शब्द हूं, तू गणित का सवाल प्रिये.
मै हिन्दी का शब्द हूं, तू गणित का सवाल प्रिये.
Vishal babu (vishu)
आजाद पंछी
आजाद पंछी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
एक बेहतर जिंदगी का ख्वाब लिए जी रहे हैं सब
एक बेहतर जिंदगी का ख्वाब लिए जी रहे हैं सब
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
धूल
धूल
नन्दलाल सुथार "राही"
लेकर सांस उधार
लेकर सांस उधार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
आंसू
आंसू
नूरफातिमा खातून नूरी
(((((((((((((तुम्हारी गजल))))))
(((((((((((((तुम्हारी गजल))))))
Rituraj shivem verma
भूल जा इस ज़माने को
भूल जा इस ज़माने को
Surinder blackpen
23/219. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/219. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चिड़िया!
चिड़िया!
सेजल गोस्वामी
डरो नहीं, लड़ो
डरो नहीं, लड़ो
Shekhar Chandra Mitra
Desires are not made to be forgotten,
Desires are not made to be forgotten,
Sakshi Tripathi
" बोलियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
तुम कभी यह चिंता मत करना कि हमारा साथ यहाँ कौन देगा कौन नहीं
तुम कभी यह चिंता मत करना कि हमारा साथ यहाँ कौन देगा कौन नहीं
Dr. Man Mohan Krishna
बदल लिया ऐसे में, अपना विचार मैंने
बदल लिया ऐसे में, अपना विचार मैंने
gurudeenverma198
⚘*अज्ञानी की कलम*⚘
⚘*अज्ञानी की कलम*⚘
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
* वर्षा ऋतु *
* वर्षा ऋतु *
surenderpal vaidya
*बोल*
*बोल*
Dushyant Kumar
वहशीपन का शिकार होती मानवता
वहशीपन का शिकार होती मानवता
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Loading...