Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2021 · 1 min read

हाँ हम तुम्हें कैसे भुला पायेंगे

ऐ मो० रफी तुमको न भुला पायेंगे
तमाम उम्र यूँ ही याद किए जायेंगे
हाँ हम तुम्हें कैसे भुला पायेंगे
हाँ हम तुम्हें कैसे भुला पायेंगे
वो गजल गीत भजन वो नगमें
तुमने जो गाये डूबकर दिलसे
तेरी आवाज मेंं पिरोये हुये
फिर वो सरगम कहाँ से लायेंगे
हाँ हम तुम्हें कैसे भूला पायेंगे
प्यार में भीगी हुई रूमानी अदा
दर्द में डूबी हुई रुहानी सदा
वाह क्या खूब था अंंदाज-ए-बयां
वाह क्या खूब था अंंदाज-ए-बयां
तुमसा गंधर्व कहाँ से लायेंगे
हाँ हम तुम्हें कैसे भूला पायेंगे
फनो-हुनर की बात करें कि शख्सियत की बात करें
सादादिली की बात करें कि इंसानियत की बात करें
तू ही बता तेरी किस किस अदा की बात करें
जमीं पे फरिस्तों सी तबीयत कहाँ से लायेंगे
हाँ हम तुम्हें कैसे भुला पायेंगे
हाँ हम तुम्हें कैसे भुला पायेंगे

1 Like · 4 Comments · 392 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आधा किस्सा आधा फसाना रह गया
आधा किस्सा आधा फसाना रह गया
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
डॉक्टर रागिनी
3082.*पूर्णिका*
3082.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जब तक प्रश्न को तुम ठीक से समझ नहीं पाओगे तब तक तुम्हारी बुद
जब तक प्रश्न को तुम ठीक से समझ नहीं पाओगे तब तक तुम्हारी बुद
Rj Anand Prajapati
औरों की खुशी के लिए ।
औरों की खुशी के लिए ।
Buddha Prakash
नारी
नारी
Dr Parveen Thakur
गज़ल सी कविता
गज़ल सी कविता
Kanchan Khanna
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ना भई ना, यह अच्छा नहीं ना
ना भई ना, यह अच्छा नहीं ना
gurudeenverma198
दिल में जो आता है।
दिल में जो आता है।
Taj Mohammad
गज़ल
गज़ल
सत्य कुमार प्रेमी
फूल और खंजर
फूल और खंजर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
इंसानियत
इंसानियत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नीति अनैतिकता को देखा तो,
नीति अनैतिकता को देखा तो,
Er.Navaneet R Shandily
Tahrir kar rhe mere in choto ko ,
Tahrir kar rhe mere in choto ko ,
Sakshi Tripathi
किन मुश्किलों से गुजरे और गुजर रहे हैं अबतक,
किन मुश्किलों से गुजरे और गुजर रहे हैं अबतक,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
तुम से मिलना था
तुम से मिलना था
Dr fauzia Naseem shad
"गहरा रिश्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
मार   बेरोजगारी   की   सहते  रहे
मार बेरोजगारी की सहते रहे
अभिनव अदम्य
ले आओ बरसात
ले आओ बरसात
Santosh Barmaiya #jay
💐प्रेम कौतुक-269💐
💐प्रेम कौतुक-269💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गरम समोसा खा रहा , पूरा हिंदुस्तान(कुंडलिया)
गरम समोसा खा रहा , पूरा हिंदुस्तान(कुंडलिया)
Ravi Prakash
#मेरा_जीवन-
#मेरा_जीवन-
*Author प्रणय प्रभात*
होली
होली
Dr Archana Gupta
अपार ज्ञान का समंदर है
अपार ज्ञान का समंदर है "शंकर"
Praveen Sain
मैं उड़ सकती
मैं उड़ सकती
Surya Barman
हाल ऐसा की खुद पे तरस आता है
हाल ऐसा की खुद पे तरस आता है
Kumar lalit
"रामगढ़ की रानी अवंतीबाई लोधी"
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
बेहतर है गुमनाम रहूं,
बेहतर है गुमनाम रहूं,
Amit Pathak
हिटलर ने भी माना सुभाष को महान
हिटलर ने भी माना सुभाष को महान
कवि रमेशराज
Loading...