Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2018 · 1 min read

“हसरत-ए-दीदार”

इश्क़ को जब से हमने दिल में बसाया”आशा”,
दाग़ तो मुफ़्त मेँ, जागीर मेँ सहरा पाया।

क्या हुआ मुझको, यही बात पूछते हैं सब,
दिल तो नादाँ था, ज़हन को भी उसने भरमाया।

समझ आया नहीं, क्या खोया हमने क्या पाया,
जब भी ढूंढा उन्हें, दिल के क़रीब ही पाया।

इक हसीँ ख़्वाब मेँ तस्वीर जो उभरी उनकी,
जैसे वो थे, उन्हें वैसा फ़क़त हम ने पाया।

फिर से मिलने का वो वादा जो कर गए हमसे,
बस इसी बात पे हमको बहुत रोना आया।

या ख़ुदा तेरी रहमतें भी चुक गई हैं क्या,
मेरी इक”हसरत-ए-दीदार”भी बेजा है क्या…!

9 Likes · 1 Comment · 444 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
View all
You may also like:
मोमबत्ती जब है जलती
मोमबत्ती जब है जलती
Buddha Prakash
ये अलग बात है
ये अलग बात है
हिमांशु Kulshrestha
It is necessary to explore to learn from experience😍
It is necessary to explore to learn from experience😍
Sakshi Tripathi
जिंदगी में गम ना हो तो क्या जिंदगी
जिंदगी में गम ना हो तो क्या जिंदगी
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
कई युगों के बाद - दीपक नीलपदम्
कई युगों के बाद - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
।। रावण दहन ।।
।। रावण दहन ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
निकाल देते हैं
निकाल देते हैं
Sûrëkhâ Rãthí
एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती,
एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती,
प्रेमदास वसु सुरेखा
समय और स्वास्थ्य के असली महत्त्व को हम तब समझते हैं जब उसका
समय और स्वास्थ्य के असली महत्त्व को हम तब समझते हैं जब उसका
Paras Nath Jha
Y
Y
Rituraj shivem verma
"स्मार्ट विलेज"
Dr. Kishan tandon kranti
मुझे तुमसे अनुराग कितना है?
मुझे तुमसे अनुराग कितना है?
Bodhisatva kastooriya
‘’ हमनें जो सरताज चुने है ,
‘’ हमनें जो सरताज चुने है ,
Vivek Mishra
रास्ता दुर्गम राह कंटीली, कहीं शुष्क, कहीं गीली गीली
रास्ता दुर्गम राह कंटीली, कहीं शुष्क, कहीं गीली गीली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सफर अंजान राही नादान
सफर अंजान राही नादान
VINOD CHAUHAN
मौत से लड़ती जिंदगी..✍️🤔💯🌾🌷🌿
मौत से लड़ती जिंदगी..✍️🤔💯🌾🌷🌿
Ms.Ankit Halke jha
मेरे बस्ती के दीवारों पर
मेरे बस्ती के दीवारों पर
'अशांत' शेखर
प्रेम की तलाश में सिला नही मिला
प्रेम की तलाश में सिला नही मिला
Er. Sanjay Shrivastava
कहने को हर हाथ में,
कहने को हर हाथ में,
sushil sarna
ज़िंदगी का सफ़र
ज़िंदगी का सफ़र
Dr fauzia Naseem shad
वो अपने घाव दिखा रहा है मुझे
वो अपने घाव दिखा रहा है मुझे
Manoj Mahato
*नए दौर में पत्नी बोली, बनें फ्लैट सुखधाम【हिंदी गजल/ गीतिका】
*नए दौर में पत्नी बोली, बनें फ्लैट सुखधाम【हिंदी गजल/ गीतिका】
Ravi Prakash
शिक़ायत (एक ग़ज़ल)
शिक़ायत (एक ग़ज़ल)
Vinit kumar
देशभक्ति जनसेवा
देशभक्ति जनसेवा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
'विडम्बना'
'विडम्बना'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
बलिदान
बलिदान
Shyam Sundar Subramanian
*तेरा इंतज़ार*
*तेरा इंतज़ार*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
Amit Pathak
पापा की बिटिया
पापा की बिटिया
Arti Bhadauria
जय अयोध्या धाम की
जय अयोध्या धाम की
Arvind trivedi
Loading...