Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Aug 2020 · 1 min read

हरतालिका मैं हरी हरी हो, हे नाथ तुम्हें में ध्याऊं

हे शिव शंकर उमा महेश्वर, निर्जला तुम्हें मनाऊं
हरतालिका में हरी हरी हो, नाथ तुम्हें में ध्याऊं
जैंसा गौरी ने पाया, मैं भी मनचाहा वर पाऊं
हरी भरी है सृष्टि सारी, मन भी हरा भरा है
ओढ़ी है हरी हरी ओढ़नी, सोलह शृंगार हरा है
हरा भरा मंडप डाला है, चूड़ी हरी हरी है
उमड़ रही है नदी प्रेम की, प्रेम अमृत से भरी भरी है
नाथ तुम्हें मैं क्या बताऊं, आप सब जानन हारे
मन की करो कामना पूरी, आप हो दुनिया के रखवारे
सारी रात में करूं जागरण, सखियों संग भजन करूंगी
सभी ओर सुख शांति रहे, प्रभु यही मैं यजन करूंगी

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
10 Likes · 2 Comments · 238 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
23/34.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/34.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ना अश्रु कोई गिर पाता है
ना अश्रु कोई गिर पाता है
Shweta Soni
खुद की तलाश
खुद की तलाश
Madhavi Srivastava
*रक्तदान*
*रक्तदान*
Dushyant Kumar
जीवन
जीवन
Bodhisatva kastooriya
"बेहतर"
Dr. Kishan tandon kranti
New light emerges from the depths of experiences, - Desert Fellow Rakesh Yadav
New light emerges from the depths of experiences, - Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
तू है जगतजननी माँ दुर्गा
तू है जगतजननी माँ दुर्गा
gurudeenverma198
* सुन्दर झुरमुट बांस के *
* सुन्दर झुरमुट बांस के *
surenderpal vaidya
खिल उठेगा जब बसंत गीत गाने आयेंगे
खिल उठेगा जब बसंत गीत गाने आयेंगे
Er. Sanjay Shrivastava
दूषित न कर वसुंधरा को
दूषित न कर वसुंधरा को
goutam shaw
हमनें ख़ामोश
हमनें ख़ामोश
Dr fauzia Naseem shad
*परियों से  भी प्यारी बेटी*
*परियों से भी प्यारी बेटी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रमेशराज की बच्चा विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की बच्चा विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
पिटूनिया
पिटूनिया
अनिल मिश्र
चाँदनी .....
चाँदनी .....
sushil sarna
जिंदगी का चमत्कार,जिंदगी भर किया इंतजार,
जिंदगी का चमत्कार,जिंदगी भर किया इंतजार,
पूर्वार्थ
*कागभुशुंडी जी नमन, काग-रूप विद्वान (कुछ दोहे)*
*कागभुशुंडी जी नमन, काग-रूप विद्वान (कुछ दोहे)*
Ravi Prakash
Never trust people who tells others secret
Never trust people who tells others secret
Md Ziaulla
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
आर.एस. 'प्रीतम'
आसमां में चांद अकेला है सितारों के बीच
आसमां में चांद अकेला है सितारों के बीच
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
शरीर मोच खाती है कभी आपकी सोच नहीं यदि सोच भी मोच खा गई तो आ
शरीर मोच खाती है कभी आपकी सोच नहीं यदि सोच भी मोच खा गई तो आ
Rj Anand Prajapati
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
Dr. Vaishali Verma
निदामत का एक आँसू ......
निदामत का एक आँसू ......
shabina. Naaz
नारी जागरूकता
नारी जागरूकता
Kanchan Khanna
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
Pratibha Pandey
👌काहे का डर...?👌
👌काहे का डर...?👌
*Author प्रणय प्रभात*
ना मुमकिन
ना मुमकिन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कुछ ख़ुमारी बादलों को भी रही,
कुछ ख़ुमारी बादलों को भी रही,
manjula chauhan
मोहब्बत का ज़माना आ गया है
मोहब्बत का ज़माना आ गया है
Surinder blackpen
Loading...