Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2017 · 1 min read

हक

हक के दमन का तो इतिहास रहा है,
कोई जयचन्द तो कोई भक्त रहा है,
याद है मुझे वह पोरश का भी पौरुष,
सूली पर चढ़ कर भी जो शत्रु को ललकार रहा है ।।

Language: Hindi
281 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
भरे मन भाव अति पावन....
भरे मन भाव अति पावन....
डॉ.सीमा अग्रवाल
I can’t be doing this again,
I can’t be doing this again,
पूर्वार्थ
देखें हम भी उस सूरत को
देखें हम भी उस सूरत को
gurudeenverma198
*नव वर्ष (मुक्तक)*
*नव वर्ष (मुक्तक)*
Ravi Prakash
दोगलापन
दोगलापन
Mamta Singh Devaa
बसंत (आगमन)
बसंत (आगमन)
Neeraj Agarwal
उसके किरदार की खुशबू की महक ज्यादा है
उसके किरदार की खुशबू की महक ज्यादा है
कवि दीपक बवेजा
भव्य भू भारती
भव्य भू भारती
लक्ष्मी सिंह
धैर्य के साथ अगर मन में संतोष का भाव हो तो भीड़ में भी आपके
धैर्य के साथ अगर मन में संतोष का भाव हो तो भीड़ में भी आपके
Paras Nath Jha
बिछोह
बिछोह
Shaily
■ आज का दोहा
■ आज का दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
संत गाडगे संदेश
संत गाडगे संदेश
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
खोखला अहं
खोखला अहं
Madhavi Srivastava
“ धार्मिक असहिष्णुता ”
“ धार्मिक असहिष्णुता ”
DrLakshman Jha Parimal
जय श्री राम
जय श्री राम
आर.एस. 'प्रीतम'
When you realize that you are the only one who can lift your
When you realize that you are the only one who can lift your
Manisha Manjari
चाहे मिल जाये अब्र तक।
चाहे मिल जाये अब्र तक।
Satish Srijan
तुम्हें लिखना आसान है
तुम्हें लिखना आसान है
Manoj Mahato
बाल कविता: मोटर कार
बाल कविता: मोटर कार
Rajesh Kumar Arjun
बटाए दर्द साथी का वो सच्चा मित्र होता है
बटाए दर्द साथी का वो सच्चा मित्र होता है
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
(11) मैं प्रपात महा जल का !
(11) मैं प्रपात महा जल का !
Kishore Nigam
23/10.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/10.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
चाहत किसी को चाहने की है करते हैं सभी
चाहत किसी को चाहने की है करते हैं सभी
SUNIL kumar
* कुछ लोग *
* कुछ लोग *
surenderpal vaidya
कैसा हो रामराज्य
कैसा हो रामराज्य
Rajesh Tiwari
बुद्ध फिर मुस्कुराए / मुसाफ़िर बैठा
बुद्ध फिर मुस्कुराए / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
दिल ए तकलीफ़
दिल ए तकलीफ़
Dr fauzia Naseem shad
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
Dr. Vaishali Verma
अव्यक्त प्रेम
अव्यक्त प्रेम
Surinder blackpen
।। सुविचार ।।
।। सुविचार ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Loading...