Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2017 · 1 min read

सौगातें …

सौगातें …

सावन की रातें हैं सावन की बातें हैं l
…सावन में भीगी सी चंद मुलाकातें हैं l
……इक दूजे में सिमटे वो भीगे से लम्हे ,
………साँसों की साँसों को भीगी सौगातें हैं ll

सुशील सरना

Language: Hindi
253 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
Arghyadeep Chakraborty
देवों की भूमि उत्तराखण्ड
देवों की भूमि उत्तराखण्ड
Ritu Asooja
वेलेंटाइन डे एक व्यवसाय है जिस दिन होटल और बॉटल( शराब) नशा औ
वेलेंटाइन डे एक व्यवसाय है जिस दिन होटल और बॉटल( शराब) नशा औ
Rj Anand Prajapati
हैं सितारे डरे-डरे फिर से - संदीप ठाकुर
हैं सितारे डरे-डरे फिर से - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
लिखना है मुझे वह सब कुछ
लिखना है मुझे वह सब कुछ
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
सँविधान
सँविधान
Bodhisatva kastooriya
"महंगाई"
Slok maurya "umang"
मोदी एक महानायक
मोदी एक महानायक
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
3049.*पूर्णिका*
3049.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सबके साथ हमें चलना है
सबके साथ हमें चलना है
DrLakshman Jha Parimal
💐प्रेम कौतुक-273💐
💐प्रेम कौतुक-273💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
है यही मुझसे शिकायत आपकी।
है यही मुझसे शिकायत आपकी।
सत्य कुमार प्रेमी
"प्यार तुमसे करते हैं "
Pushpraj Anant
शिक्षक जब बालक को शिक्षा देता है।
शिक्षक जब बालक को शिक्षा देता है।
Kr. Praval Pratap Singh Rana
#दोहा-
#दोहा-
*Author प्रणय प्रभात*
बूढ़ी मां
बूढ़ी मां
Sûrëkhâ Rãthí
सच्चाई के खड़ा पक्ष में, मैं निष्पक्ष नहीं हूँ( मुक्तक)
सच्चाई के खड़ा पक्ष में, मैं निष्पक्ष नहीं हूँ( मुक्तक)
Ravi Prakash
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ज्यों ही धरती हो जाती है माता
ज्यों ही धरती हो जाती है माता
ruby kumari
रिश्ते-नाते
रिश्ते-नाते
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
जब मरहम हीं ज़ख्मों की सजा दे जाए, मुस्कराहट आंसुओं की सदा दे जाए।
जब मरहम हीं ज़ख्मों की सजा दे जाए, मुस्कराहट आंसुओं की सदा दे जाए।
Manisha Manjari
दम है तो गलत का विरोध करो अंधभक्तो
दम है तो गलत का विरोध करो अंधभक्तो
शेखर सिंह
"इसलिए जंग जरूरी है"
Dr. Kishan tandon kranti
****** घूमते घुमंतू गाड़ी लुहार ******
****** घूमते घुमंतू गाड़ी लुहार ******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*कांच से अल्फाज़* पर समीक्षा *श्रीधर* जी द्वारा समीक्षा
*कांच से अल्फाज़* पर समीक्षा *श्रीधर* जी द्वारा समीक्षा
Surinder blackpen
बच्चे थिरक रहे हैं आँगन।
बच्चे थिरक रहे हैं आँगन।
लक्ष्मी सिंह
गाली भरी जिंदगी
गाली भरी जिंदगी
Dr MusafiR BaithA
वक़्त को वक़्त
वक़्त को वक़्त
Dr fauzia Naseem shad
माँ
माँ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Everything happens for a reason. There are no coincidences.
Everything happens for a reason. There are no coincidences.
पूर्वार्थ
Loading...