Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2016 · 1 min read

साथ चलें जिन्दगी

आओ हम तुम साथ चलें ज़िन्दगी,
कुछ मैं तुमसे कदम मिलाऊँ ,
कुछ तुम मेरा साथ निभाओ ज़िन्दगी,
मैं तुम्हारी तरफ अपने हाथ बढ़ाऊं,
कुछ तुम मेरा हाथ पकड़ के आगे बढ़ाओ ज़िन्दगी,
मैं तुमको पाकर खुश बहुत खुश हूँ,
तुम भी तो मुझे देखकर मुस्कुराओ ज़िन्दगी,
मैं तुम्हारे बिना अधूरा हूँ अगर ,
तुम कब मेरे बिना पूरी हो ज़िन्दगी,
बहुत लम्बा सफर हमको पूरा करना है,
हम दोनों साथ मिलकर कदम बढ़ाएं ज़िन्दगी,
ज़माना देखकर जले हमारा साथ,
दोनों मिलकर कुछ इस कदर मुस्कुराएं ज़िन्दगी,
आओ हम तुम साथ चलें जिन्दगी ।।

“संदीप कुमार”

Language: Hindi
445 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
संत ज्ञानेश्वर (ज्ञानदेव)
संत ज्ञानेश्वर (ज्ञानदेव)
Pravesh Shinde
राह हूं या राही हूं या मंजिल हूं राहों की
राह हूं या राही हूं या मंजिल हूं राहों की
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
रोला छंद :-
रोला छंद :-
sushil sarna
राजकुमारी
राजकुमारी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
मैं सत्य सनातन का साक्षी
मैं सत्य सनातन का साक्षी
Mohan Pandey
इश्क दर्द से हो गई है, वफ़ा की कोशिश जारी है,
इश्क दर्द से हो गई है, वफ़ा की कोशिश जारी है,
Pramila sultan
दिवाली
दिवाली
Ashok deep
"परीक्षा के भूत "
Yogendra Chaturwedi
तुम खेलते रहे बाज़ी, जीत के जूनून में
तुम खेलते रहे बाज़ी, जीत के जूनून में
Namrata Sona
खुशियों का बीमा
खुशियों का बीमा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"बहरापन"
Dr. Kishan tandon kranti
*कैसे  बताएँ  कैसे जताएँ*
*कैसे बताएँ कैसे जताएँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
💐प्रेम कौतुक-452💐
💐प्रेम कौतुक-452💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पतझड़ के दिन
पतझड़ के दिन
DESH RAJ
सारी गलतियां ख़ुद करके सीखोगे तो जिंदगी कम पड़ जाएगी, सफलता
सारी गलतियां ख़ुद करके सीखोगे तो जिंदगी कम पड़ जाएगी, सफलता
dks.lhp
पवित्रता की प्रतिमूर्ति : सैनिक शिवराज बहादुर सक्सेना*
पवित्रता की प्रतिमूर्ति : सैनिक शिवराज बहादुर सक्सेना*
Ravi Prakash
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
खजुराहो
खजुराहो
Paramita Sarangi
परिवर्तन
परिवर्तन
RAKESH RAKESH
घड़ी घड़ी में घड़ी न देखें, करें कर्म से अपने प्यार।
घड़ी घड़ी में घड़ी न देखें, करें कर्म से अपने प्यार।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
घाघरा खतरे के निशान से ऊपर
घाघरा खतरे के निशान से ऊपर
Ram Krishan Rastogi
शुभ रात्रि मित्रों
शुभ रात्रि मित्रों
आर.एस. 'प्रीतम'
बट विपट पीपल की छांव 🐒🦒🐿️🦫
बट विपट पीपल की छांव 🐒🦒🐿️🦫
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दिल तमन्ना
दिल तमन्ना
Dr fauzia Naseem shad
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Jeevan Ka saar
Jeevan Ka saar
Tushar Jagawat
ज़िंदगी...
ज़िंदगी...
Srishty Bansal
उलझनें हैं तभी तो तंग, विवश और नीची  हैं उड़ाने,
उलझनें हैं तभी तो तंग, विवश और नीची हैं उड़ाने,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दुसेरें को इज्जत देना हार मानव का कर्तंव्य है।  ...‌राठौड श्
दुसेरें को इज्जत देना हार मानव का कर्तंव्य है। ...‌राठौड श्
राठौड़ श्रावण लेखक, प्रध्यापक
वेद प्रताप वैदिक को शब्द श्रद्धांजलि
वेद प्रताप वैदिक को शब्द श्रद्धांजलि
Dr Manju Saini
Loading...