Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jun 2019 · 2 min read

***साइकिल की शानदार सवारी ***

? प्रथम पाठशाला?
साइकिल की शानदार सवारी
बात उन दिनों की है जब मैं सन 1970 में प्रथम पाठशाला याने आज की प्री नर्सरी उस जमाने में बाल विद्या मंदिर हुआ करता था। मेरे पापा बैंक में ब्रांच मैनेजर के पद पर कार्यरत थे उन्होंने मेरा दाखिला बलौदाबाजार में बाल विद्या मंदिर में कराया था वैसे बैंक की सर्विस एक जगह स्थाई नही होती है यहाँ वहाँ एक दूसरे जगह तबादला होते रहता है लेकिन अभी हम भाई बहन छोटे थे इसलिए स्कूल में एडमिशन करा दिया गया था।
मेरे पापा के बैंक का ऑफिस घर में ही सामने लगता था पीछे सरकारी क्वाटर्स बने हुए थे कभी भी कुछ काम हो या कुछ कहना होता तो जल्दी से जाकर पापा से कह देते थे बैंक की सर्विस में बडी गाड़ी जीप एवं घर के काम करने के लिए चपरासी भी दिये गए थे।
अब स्कूल जाने के लिए मम्मी बैग टिफ़िन तैयार करके देती थी और मेँ और मेरा छोटा भाई जीप में बैठकर स्कूल जाते थे लेकिन कभी कभी पापा ऑफिस के काम से बाहर ले जाते थे तो हमारी मुश्किल हो जाती थी तो हमारा चपरासी कहता था कि काहे को परेशान होते हो हम है न हम आप लोगों को अपनी साइकिल से स्कूल छोड़ेंगे हम लोग कहते दोनों भाई बहनों को एक साथ साइकिल में कैसे बैठा सकते हो अरे बेटा चिंता मत करो हम अभी इतंजाम करते हैं मुझे तो पीछे साइकिल की पीछे वाली सीट पर बैठाया और छोटा भाई को सामने केरियल याने एक डंडी की तरह से उसमे मोटा सा कपड़ा लपेटकर गद्दी की तरह बना दिया अब छोटे भाई से आओ राजा बाबू तुम्हे हम सामने वाली सीट पर बैठाते हैं और हम दोनों को अच्छे से साइकिल में बैठाकर स्कूल की ओर रवाना हुए जाते समय हरी भरी वादियों का नजारा देखते हुए हमारी साइकिल की शानदार सवारी चल पड़ी थी वो स्कूल का प्रथम पाठशाला की सुनहरी यादें अभी भी जहन में ताजा है ।
शशिकला व्यास
भोपाल मध्यप्रदेश
?????????

Language: Hindi
2 Likes · 496 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मां तुम्हें सरहद की वो बाते बताने आ गया हूं।।
मां तुम्हें सरहद की वो बाते बताने आ गया हूं।।
Ravi Yadav
तुम्हारा प्यार साथ था गोया
तुम्हारा प्यार साथ था गोया
Ranjana Verma
तुम गजल मेरी हो
तुम गजल मेरी हो
साहित्य गौरव
दिल से
दिल से
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रिश्ते का अहसास
रिश्ते का अहसास
Paras Nath Jha
लगाव
लगाव
Arvina
"वो कलाकार"
Dr Meenu Poonia
23/184.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/184.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
याद रे
याद रे
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मित्र, चित्र और चरित्र बड़े मुश्किल से बनते हैं। इसे सँभाल क
मित्र, चित्र और चरित्र बड़े मुश्किल से बनते हैं। इसे सँभाल क
Anand Kumar
बड़े हौसले से है परवाज करता,
बड़े हौसले से है परवाज करता,
Satish Srijan
वो छोटी सी खिड़की- अमूल्य रतन
वो छोटी सी खिड़की- अमूल्य रतन
Amulyaa Ratan
*भारत माता को किया, किसने लहूलुहान (कुंडलिया)*
*भारत माता को किया, किसने लहूलुहान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
किसका  हम शुक्रिया करें,
किसका हम शुक्रिया करें,
sushil sarna
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
Shweta Soni
अलग अलग से बोल
अलग अलग से बोल
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शबे- फित्ना
शबे- फित्ना
मनोज कुमार
from under tony's bed - I think she must be traveling
from under tony's bed - I think she must be traveling
Desert fellow Rakesh
दुकान में रहकर सीखा
दुकान में रहकर सीखा
Ms.Ankit Halke jha
अयोध्या
अयोध्या
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
बुझलहूँ आहाँ महान छी मुदा, रंगमंच पर फेसबुक मित्र छी!
बुझलहूँ आहाँ महान छी मुदा, रंगमंच पर फेसबुक मित्र छी!
DrLakshman Jha Parimal
शिव का सरासन  तोड़  रक्षक हैं  बने  श्रित मान की।
शिव का सरासन तोड़ रक्षक हैं बने श्रित मान की।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
"कलाकार"
Dr. Kishan tandon kranti
ऐ जिन्दगी मैने तुम्हारा
ऐ जिन्दगी मैने तुम्हारा
पूर्वार्थ
मस्ती का त्यौहार है,  खिली बसंत बहार
मस्ती का त्यौहार है, खिली बसंत बहार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मौत के लिए किसी खंज़र की जरूरत नहीं,
मौत के लिए किसी खंज़र की जरूरत नहीं,
लक्ष्मी सिंह
जीवन को अतीत से समझना चाहिए , लेकिन भविष्य को जीना चाहिए ❤️
जीवन को अतीत से समझना चाहिए , लेकिन भविष्य को जीना चाहिए ❤️
Rohit yadav
ना सातवें आसमान तक
ना सातवें आसमान तक
Vivek Mishra
■ हाय राम!!
■ हाय राम!!
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...