जग में सबसे प्यारा वो है अपना हिंदुस्तान
माटी चन्दन जैसी है जन गन मन जिसका गान
जग में सबसे प्यारा वो है अपना हिंदुस्तान
है पहचान तिरंगा जग में जिसकी ऊंची शान
जग में सबसे प्यारा वो है अपना हिंदुस्तान
सर का ताज हिमालय जिसका नदियों का आँचल है,
ऋषियों मुनियों के तपबल से पावन जिसका जल है,
धर्म अनेक जहाँ पर सबका हक है एक समान।
जग में सबसे प्यारा वो है अपना हिंदुस्तान ।
वीरों के लहु से सिंचित है जिसकी अपनी धरती
संस्कारों से भी पूरित है जिसकी अपनी धरती
वेद पुराणों का मिलता है हमें जहाँ पर ज्ञान
जग में सबसे प्यारा वो है अपना हिंदुस्तान
देश प्रेम का जहाँ दिलों में लहराता सागर है
भारत माता के चरणों में नभ जाता खुद सर है
मिला हुआ है लोकतंत्र को पूर्ण जहाँ पर मान
जग में सबसे प्यारा वो है अपना हिंदुस्तान
ईद मिलन पे जहाँ प्रेम से खिल जाते सबके मन
दीवाली के दीपों से कण कण हो जाता रोशन
जहाँ रंग होली के लाते अधरों पर मुस्कान
जग में सबसे प्यारा वो है अपना हिंदुस्तान
अतिथि देवो भवः ही जिसकी रीत चली आई है
जहाँ कृष्ण से प्रीत राम से मर्यादा पाई है
सत्य अहिंसा नीति जहाँ की ऐसा देश महान
जग में सबसे प्यारा वो है अपना हिंदुस्तान
11-03-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद