Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2018 · 1 min read

वो ‘मां’ कहलाती है

इक छोटे से संबोधन में पूरी दुनिया सिमट जाती है,
अपने खून से नव जीवन सृजन कर, वो औरत से “मां” बन जाती है।
अमृत से सींचकर वो अपने बच्चे को, इस दुनिया में जीने लायक बनाती है
इस क़दर वो अपना दिलों जान अपने बच्चे पे लुटाती है।

उसके आंचल के आगे बाकी सारी खुशियां फीकी पड़ जाती है
रहता है जिस पे उसका साया, ज़िन्दगी उसकी खुशहाल हो जाती है।
हमारी एक आह पर जो रातों की नींद और दिन का चैन गंवाती है
हमारी परेशानियों के सामने जो ढाल बनकर आती है
मौसम और हालात कुछ भी हो, वो हमेशा हम बच्चों पर खुशियां ही बरसाती है।

स्वार्थ भरी इस दुनिया में, इक वो ही तो है
जो बिन सोचे प्यार बेशुमार लुटाती है
हां, वो भगवान तो नहीं, पर उनसे थोड़ी ज़्यादा
हर बच्चे की “जान और जहां” बन जाती है
यूं ही नहीं वो इक औरत से ‘मां’ बन जाती है।।

शिखा मिश्रा ‘भावावेशी’
दरभंगा

17 Likes · 47 Comments · 1153 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-222💐
💐प्रेम कौतुक-222💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सृजन पथ पर
सृजन पथ पर
Dr. Meenakshi Sharma
चंद एहसासात
चंद एहसासात
Shyam Sundar Subramanian
हार हमने नहीं मानी है
हार हमने नहीं मानी है
संजय कुमार संजू
बुलेटप्रूफ गाड़ी
बुलेटप्रूफ गाड़ी
Shivkumar Bilagrami
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
Khaimsingh Saini
वक्त को यू बीतता देख लग रहा,
वक्त को यू बीतता देख लग रहा,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
भारती-विश्व-भारती
भारती-विश्व-भारती
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
*😊 झूठी मुस्कान 😊*
*😊 झूठी मुस्कान 😊*
प्रजापति कमलेश बाबू
कूल नानी
कूल नानी
Neelam Sharma
■ सामयिक सवाल...
■ सामयिक सवाल...
*Author प्रणय प्रभात*
स्थापित भय अभिशाप
स्थापित भय अभिशाप
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
इश्क  के बीज बचपन जो बोए सनम।
इश्क के बीज बचपन जो बोए सनम।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
लौह पुरुष - दीपक नीलपदम्
लौह पुरुष - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बड्ड यत्न सँ हम
बड्ड यत्न सँ हम
DrLakshman Jha Parimal
"खुश रहने के तरीके"
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ लोग किरदार ऐसा लाजवाब रखते हैं।
कुछ लोग किरदार ऐसा लाजवाब रखते हैं।
Surinder blackpen
बुद्ध तुम मेरे हृदय में
बुद्ध तुम मेरे हृदय में
Buddha Prakash
चाँद  भी  खूबसूरत
चाँद भी खूबसूरत
shabina. Naaz
बहुत मशरूफ जमाना है
बहुत मशरूफ जमाना है
नूरफातिमा खातून नूरी
रखना जीवन में सदा, सुंदर दृष्टा-भाव (कुंडलिया)
रखना जीवन में सदा, सुंदर दृष्टा-भाव (कुंडलिया)
Ravi Prakash
'Being human is not that easy..!' {awarded poem}
'Being human is not that easy..!' {awarded poem}
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मैं निकल पड़ी हूँ
मैं निकल पड़ी हूँ
Vaishaligoel
कँवल कहिए
कँवल कहिए
Dr. Sunita Singh
मां होती है
मां होती है
Seema gupta,Alwar
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
तुम्हारी यादें
तुम्हारी यादें
अजहर अली (An Explorer of Life)
वह नही समझ पायेगा कि
वह नही समझ पायेगा कि
Dheerja Sharma
शुभकामना संदेश
शुभकामना संदेश
Rajni kapoor
मन
मन
Dr.Priya Soni Khare
Loading...