Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2020 · 2 min read

विशेषण और क्रियाविशेषण में अंतर

कक्षा दसवीं की परीक्षा में हिंदी कोर्स ए के विद्यार्थियों को अकसर पद परिचय करते समय विशेषण और क्रियाविशेषण पदों को पहचानने में दुविधा होती है उनकी इस समस्या के समाधान हेतु उक्त विषय से संबंधित निम्न सामग्री काम आएगी ।

संज्ञा और सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द विशेषण कहलाते हैं । इसके चार भेद हैं ।

उदाहरण :- राम अच्छा लड़का है ।
इसमें ‘ अच्छा ‘ शब्द राम की विशेषता बता रहा है ।
यह गुण वाचक विशेषण कहलाएगा क्योंकि अच्छा होना राम का गुण दर्शा रहा है ।

उदहारण 2 . उसका काला रंग है ।
इसमें ‘ काला ‘ सर्वनाम शब्द उसका की विशेषता बता रहा है ।

अर्थात रंग, रूप, आकर, गुण, दोष इत्यादि के आधार पर को शब्द संज्ञा और सर्वनाम की विशेषता बताते है । वे विशेषण शब्द कहलाते है ।

क्रिया विशेषण : जो शब्द क्रिया की विशेषता बताते हैं ; वे शब्द क्रिया विशेषण शब्द कहलाते हैं । इसके भी चार भेद हैं ।
?स्थान वाची क्रियाविशेषण : आगे पीछे यहां वहां भीतर अंदर इत्यादि ।
उदाहरण : तुम वहां बैठो ।
‘वहां’ स्थान वाची क्रियाविशेषण
बैठना क्रिया की विशेषता

?कालवाची क्रियाविशेषण : सुबह, शाम, कल, आज, रोज, दिन में, रात को, इत्यादि । उदाहरण : ट्रेन पांच बजे आएगी ।
पांच बजे काल की जानकारी दे रही है अर्थात समय की । यहां आना क्रिया है जिसकी विशेषता बताई गई है ।

?रीति वाचक क्रियाविशेषण : जल्दी, धीरे, अचानक, तेज, अच्छी तरह से, तेजी से इत्यादि ।
उदाहरण : खरगोश धीरे चलता है ।
‘धीरे’ रीति वाचक क्रिया विशेषण है जो हाथी के चलने की विशेषता बता रहा है ।

?परिमाण वाची क्रियाविशेषण : थोड़ा, बहुत, कम, खूब, ज्यादा इत्यादि ।
उदाहरण : आप कम बोलिए ।
सर्वनाम पद के बोलने की विशेषता बताई जा रही है और बोलना पद क्रिया है । इसीलिए ‘ कम ‘ क्रिया विशेषण शब्द है ।

एक बात ध्यान रखिए :

विशेषण विकारी शब्द कहलाते हैं जिनमें लिंग, वचन के आधार पर परिवर्तन संभव है इसके विपरित
क्रियाविशेषण शब्द अविकारी/ अव्यय शब्द कहलाते हैं जिनमें किसी भी परिस्थिति में विकार अर्थात परिवर्तन या बदलाव नहीं होता ।

उदाहरण : अच्छा / अच्छे / अच्छी शब्द विशेषण है जिनमें लिंग, वचन के आधार पर परिवर्तन संभव हो सका इसलिए ये विकारी शब्द कहलाते हैं ।

उदाहरण : धीरे, शाम, कम, वहां ये क्रिया विशेषण शब्द हैं । इनमें बदलाव संभव नहीं है इसलिए ये
अविकारी शब्द कहलाते हैं ।
?

Language: Hindi
Tag: लेख
2 Likes · 1458 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2681.*पूर्णिका*
2681.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रंगीन हुए जा रहे हैं
रंगीन हुए जा रहे हैं
हिमांशु Kulshrestha
༺♥✧
༺♥✧
Satyaveer vaishnav
"प्रेम -मिलन '
DrLakshman Jha Parimal
मेरी ज़िंदगी की खुशियां
मेरी ज़िंदगी की खुशियां
Dr fauzia Naseem shad
Augmented Reality: Unveiling its Transformative Prospects
Augmented Reality: Unveiling its Transformative Prospects
Shyam Sundar Subramanian
विषय--विजयी विश्व तिरंगा
विषय--विजयी विश्व तिरंगा
रेखा कापसे
अलग सी सोच है उनकी, अलग अंदाज है उनका।
अलग सी सोच है उनकी, अलग अंदाज है उनका।
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
*रामपुर की गाँधी समाधि (तीन कुंडलियाँ)*
*रामपुर की गाँधी समाधि (तीन कुंडलियाँ)*
Ravi Prakash
ज्योतिष विज्ञान एव पुनर्जन्म धर्म के परिपेक्ष्य में ज्योतिषीय लेख
ज्योतिष विज्ञान एव पुनर्जन्म धर्म के परिपेक्ष्य में ज्योतिषीय लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जख्म भी रूठ गया है अबतो
जख्म भी रूठ गया है अबतो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दो रंगों में दिखती दुनिया
दो रंगों में दिखती दुनिया
कवि दीपक बवेजा
Collect your efforts to through yourself on the sky .
Collect your efforts to through yourself on the sky .
Sakshi Tripathi
सम्मान गुरु का कीजिए
सम्मान गुरु का कीजिए
Harminder Kaur
#मुक्तक
#मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
माँ
माँ
Arvina
सच्ची होली
सच्ची होली
Mukesh Kumar Rishi Verma
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
मैं तो निकला था,
मैं तो निकला था,
Dr. Man Mohan Krishna
मुझे आशीष दो, माँ
मुझे आशीष दो, माँ
Ghanshyam Poddar
वक्त से वकालत तक
वक्त से वकालत तक
Vishal babu (vishu)
तर्जनी आक्षेेप कर रही विभा पर
तर्जनी आक्षेेप कर रही विभा पर
Suryakant Dwivedi
हुई बरसात टूटा इक पुराना, पेड़ था आख़िर
हुई बरसात टूटा इक पुराना, पेड़ था आख़िर
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत)
राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
युँ ही नहीं जिंदगी हर लम्हा अंदर से तोड़ रही,
युँ ही नहीं जिंदगी हर लम्हा अंदर से तोड़ रही,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
Maroof aalam
Change is hard at first, messy in the middle, gorgeous at th
Change is hard at first, messy in the middle, gorgeous at th
पूर्वार्थ
आज की जरूरत~
आज की जरूरत~
दिनेश एल० "जैहिंद"
भूख 🙏
भूख 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
11-कैसे - कैसे लोग
11-कैसे - कैसे लोग
Ajay Kumar Vimal
Loading...