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2 Feb 2020 · 1 min read

राम का नाम लो

विमोहा छंद
मापिनी 212 – 212

राम का नाम लो।
भोर लो शाम लो।

जिंदगी में सदा,
धैर्य से काम लो।

बात मीठी करो,
शील को थाम लो।

भीख मांगो नहीं,
काम का दाम लो।

देख लाचार को,
हाथ को थाम लो।

और कोई नहीं,
प्रेम का जाम लो।

-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

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