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30 Sep 2016 · 1 min read

रहते हो दिल के करीब ..रहते हो दिल के पास

रहते हो दिल के करीब
रहते हो दिल के पास
अजनबी सा लगने लगा हर शय
जब से तुम हो रूह के रेशे के पास
जानते हो …
इन हवाओ मे इन फिजाओंमे
इन दरख्तों मे इन घटाओ मे
इतनी खूबसूरती क्यूं है क्यूंकि……. ………….
तुम हो एक प्यारी सी आस
रहते हो दिल के करीब रहते हो दिल के पास

ये कल कल करती नदियॉ
ये उठती गिरती लहरे
ये चॉद ये सितारे ये सारे नजारे
बरबस ही अपनी ओर खीचते क्यूं है
क्यूंकि… देते हो मधुर एहसास
रहते हो दिल के करीब रहते हो दिल के पास हो

मगरूर घटाए भी टूटकर बिखर जाती है
बारिश की बूंद बनकर धरा को भिगो जाती है
जानते हो क्यूं …
कण कण मे है प्रेम का वास तुम हो मीठी प्यास
रहते हो दिल मे रहते हो दिल के पास ……
नीरा रानी

Language: Hindi
397 Views
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