Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2020 · 1 min read

रक्षा करो

रक्षा करो(वर्ण पिरामिड़)
हे
वीर
लंगूर
हनुमान
पवनपुत्र
केसरी नंदन
रोग फैला है भारी ।
श्री
राम
सेवक
बजरंगी
सुनो पुकार
जग रखवारे
कोरोना महामारी ।
जै
जय
रामेष्ट
वरदानी
शंकर स्वयं
संकट हरण
शरण में तुम्हारी।
हे
नाथ
समर्थ
देना साथ
जोड़ते हाथ
झुकाकर माथ
रक्षा करो हमारी।
(राजेश कुमार कौरव.(सुमित्र)

Language: Hindi
4 Likes · 5 Comments · 345 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all
You may also like:
सावन के झूलें कहे, मन है बड़ा उदास ।
सावन के झूलें कहे, मन है बड़ा उदास ।
रेखा कापसे
2815. *पूर्णिका*
2815. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चकोर हूं मैं कभी चांद से मिला भी नहीं।
चकोर हूं मैं कभी चांद से मिला भी नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
"आभास " हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
नदी
नदी
Kumar Kalhans
ना छीनो जिंदगी से जिंदगी को
ना छीनो जिंदगी से जिंदगी को
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
!! सुविचार !!
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
■ कहानी घर-घर की।
■ कहानी घर-घर की।
*Author प्रणय प्रभात*
ये मौन अगर.......! ! !
ये मौन अगर.......! ! !
Prakash Chandra
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
एक औरत रेशमी लिबास और गहनों में इतनी सुंदर नहीं दिखती जितनी
एक औरत रेशमी लिबास और गहनों में इतनी सुंदर नहीं दिखती जितनी
Annu Gurjar
तेरी तसवीर को आज शाम,
तेरी तसवीर को आज शाम,
Nitin
मशाल
मशाल
नेताम आर सी
5 हिन्दी दोहा बिषय- विकार
5 हिन्दी दोहा बिषय- विकार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
💐अज्ञात के प्रति-78💐
💐अज्ञात के प्रति-78💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"दुमका संस्मरण 3" परिवहन सेवा (1965)
DrLakshman Jha Parimal
भय भव भंजक
भय भव भंजक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
शीर्षक : पायजामा (लघुकथा)
शीर्षक : पायजामा (लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
shabina. Naaz
তোমার চরণে ঠাঁই দাও আমায় আলতা করে
তোমার চরণে ঠাঁই দাও আমায় আলতা করে
Arghyadeep Chakraborty
ख़त्म हुआ जो
ख़त्म हुआ जो
Dr fauzia Naseem shad
मैं तो महज इतिहास हूँ
मैं तो महज इतिहास हूँ
VINOD CHAUHAN
पुत्र एवं जननी
पुत्र एवं जननी
रिपुदमन झा "पिनाकी"
खानदानी चाहत में राहत🌷
खानदानी चाहत में राहत🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
ruby kumari
"व्यवहार"
Dr. Kishan tandon kranti
चाहते नहीं अब जिंदगी को, करना दुःखी नहीं हरगिज
चाहते नहीं अब जिंदगी को, करना दुःखी नहीं हरगिज
gurudeenverma198
वायु प्रदूषण रहित बनाओ।
वायु प्रदूषण रहित बनाओ।
Buddha Prakash
महाकाल का संदेश
महाकाल का संदेश
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*हम हैं दुबले सींक-सलाई, ताकतवर सरकार है (हिंदी गजल)*
*हम हैं दुबले सींक-सलाई, ताकतवर सरकार है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Loading...