Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Aug 2017 · 1 min read

ये देश तरक्की वाला है

ये देश तरक्की वाला है
बीमार को दवा न मिलती
पग पग पर मधुशाला है
ये देश तरक्की वाला है
हाय हाय गरीब कर रहे
पल पल असहाय मर रहे
जहां तहां सिहर कहर रहे
कौन सुनने वाला है
ये देश तरक्की वाला है
दण्डित गुनहगार नही है
अपनो से अब प्यार नही है
खुशियो का त्यौहार नही है
छिनता रहा निवाला है
ये देश तरक्की वाला है
पढ लिखकर ठोकर खाते है
युवा नही काम पाते है
सब ताडना सह जाते है
सबकुछ गडबड झाला है
ये देश तरक्की वाला है
मोझ दायिनी स्वयं दुखित है
देख दुर्दशा आज दुखित है
गंदगी से खुद ही पीडित है
जल का कौन रखवाला है
ये देश तरक्की वाला है
मां बाप का मान न करते
हम अपने को बडा समझते
नये विवाद मे रोज उलझते
सम्मान नही जिसने पाला है
ये देश तरक्की वाला है
सब मान मर्यादा भूले
झूठ गुमान मे फिरते फूले
कृत्रिम हो रहे हम है भूले
दिखावा का जाला है
ये देश तरक्की वाला है
विन्ध्यप्रकाश मिश्र नरई संग्रामगढ प्रतापगढ उ प्र

Language: Hindi
463 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Tu itna majbur kyu h , gairo me mashur kyu h
Tu itna majbur kyu h , gairo me mashur kyu h
Sakshi Tripathi
बदनाम होने के लिए
बदनाम होने के लिए
Shivkumar Bilagrami
"मोहब्बत में"
Dr. Kishan tandon kranti
आजादी
आजादी
नूरफातिमा खातून नूरी
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*प्राण-प्रतिष्ठा सच पूछो तो, हुई राष्ट्र अभिमान की (गीत)*
*प्राण-प्रतिष्ठा सच पूछो तो, हुई राष्ट्र अभिमान की (गीत)*
Ravi Prakash
प्रणय 10
प्रणय 10
Ankita Patel
तुम्हारे  रंग  में  हम  खुद  को  रंग  डालेंगे
तुम्हारे रंग में हम खुद को रंग डालेंगे
shabina. Naaz
दिल -ए- ज़िंदा
दिल -ए- ज़िंदा
Shyam Sundar Subramanian
"मन मेँ थोड़ा, गाँव लिए चल"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कोहरा
कोहरा
Ghanshyam Poddar
ताउम्र करना पड़े पश्चाताप
ताउम्र करना पड़े पश्चाताप
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मालूम नहीं, क्यों ऐसा होने लगा है
मालूम नहीं, क्यों ऐसा होने लगा है
gurudeenverma198
झरना का संघर्ष
झरना का संघर्ष
Buddha Prakash
ज़िंदगी देती है
ज़िंदगी देती है
Dr fauzia Naseem shad
भाई हो तो कृष्णा जैसा
भाई हो तो कृष्णा जैसा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मौहब्बत क्या है? क्या किसी को पाने की चाहत, या फिर पाकर उसे
मौहब्बत क्या है? क्या किसी को पाने की चाहत, या फिर पाकर उसे
पूर्वार्थ
किस जरूरत को दबाऊ किस को पूरा कर लू
किस जरूरत को दबाऊ किस को पूरा कर लू
शेखर सिंह
जख्म पाने के लिए ---------
जख्म पाने के लिए ---------
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
रमेशराज की कहमुकरी संरचना में 10 ग़ज़लें
रमेशराज की कहमुकरी संरचना में 10 ग़ज़लें
कवि रमेशराज
……..नाच उठी एकाकी काया
……..नाच उठी एकाकी काया
Rekha Drolia
बारिश और उनकी यादें...
बारिश और उनकी यादें...
Falendra Sahu
3312.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3312.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-316💐
💐प्रेम कौतुक-316💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दोनो कुनबे भानुमती के
दोनो कुनबे भानुमती के
*Author प्रणय प्रभात*
नज़रें बयां करती हैं,लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
नज़रें बयां करती हैं,लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
Keshav kishor Kumar
श्रद्धावान बनें हम लेकिन, रहें अंधश्रद्धा से दूर।
श्रद्धावान बनें हम लेकिन, रहें अंधश्रद्धा से दूर।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
Swami Ganganiya
*नमस्तुभ्यं! नमस्तुभ्यं! रिपुदमन नमस्तुभ्यं!*
*नमस्तुभ्यं! नमस्तुभ्यं! रिपुदमन नमस्तुभ्यं!*
Poonam Matia
बहुत गुमाँ है समुंदर को अपनी नमकीन जुबाँ का..!
बहुत गुमाँ है समुंदर को अपनी नमकीन जुबाँ का..!
'अशांत' शेखर
Loading...