मेरा शहर मेरा गीत भोपाल
मेरा शहर है सबसे न्यारा, स्वप्निल सुंदर प्यारा प्यारा
है ताल तलैया से शोभित, शैल शिखर करते मोहित
गगन चूमते मंदिर मस्जिद, गिरजाघर गुरुद्वारा
मेरा शहर है सबसे न्यारा, स्वप्निल सुंदर प्यारा प्यारा
झूम झूम के ताल सुनाता, भोज काल की गाथा
दौड़ नवाबी के किस्से, हर महल यहां का गाता
हरी-भरी वादी का है, एक अनमोल नजारा
मेरा शहर है सबसे न्यारा, स्वप्निल सुंदर प्यारा प्यारा
राजनीति साहित्य कला, पोर पोर मैं बसती है
जलसा जुलूस और मंहफिलें, गली-गली में संजती है
हर फन का फनकार है, ये शहरों का शहर हमारा
मेरा शहर है सबसे न्यारा, स्वप्निल सुंदर प्यारा प्यारा
प्यार मोहब्बत भाईचारा, शांति अमन है मेरा नारा
रहे अमर भोपाल, अमर हो देश हमारा
दुनिया हो खुशहाल, यही है गीत हमारा
मेरा शहर है सबसे न्यारा, स्वप्निल सुंदर प्यारा प्यारा