Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2017 · 1 min read

मेरा वो आखिरी शेर

सोने से पहले लिखा गया
मेरा वो आखिरी शेर ;
एक पूरे सादे कागज पर
तुम्हारे नाम का शेर,
रात भर देता रहा आवाज़े

और वही पड़ी एक कलाम थी
कोशिश करती रही जो
खुद-ब-खुद लिख जाने की

मै सोया था,
बिस्तर पर एक किनारे
और जो बह रहा था
वो जल ही था शिराओं मे

मेरे दोस्त !
वक़्त नहीं ला सका था
तुम्हें मेरे करीब,
कलम भी ना सकेगी
अब मुझे तुम्हारे करीब।

Language: Hindi
563 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ ख़त्म करना भी जरूरी था,
कुछ ख़त्म करना भी जरूरी था,
पूर्वार्थ
आवारगी
आवारगी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम रंगदारी से भले ही,
तुम रंगदारी से भले ही,
Dr. Man Mohan Krishna
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
Kumar lalit
* सुन्दर झुरमुट बांस के *
* सुन्दर झुरमुट बांस के *
surenderpal vaidya
राष्ट्र निर्माण को जीवन का उद्देश्य बनाया था
राष्ट्र निर्माण को जीवन का उद्देश्य बनाया था
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*सेवानिवृत्ति*
*सेवानिवृत्ति*
पंकज कुमार कर्ण
खेल संग सगवारी पिचकारी
खेल संग सगवारी पिचकारी
Ranjeet kumar patre
संतोष करना ही आत्मा
संतोष करना ही आत्मा
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
प्यारा-प्यारा है यह पंछी
प्यारा-प्यारा है यह पंछी
Suryakant Dwivedi
जीवन साथी ओ मेरे यार
जीवन साथी ओ मेरे यार
gurudeenverma198
संसद के नए भवन से
संसद के नए भवन से
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*भाग्य से मिलते सदा, संयोग और वियोग हैं (मुक्तक)*
*भाग्य से मिलते सदा, संयोग और वियोग हैं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
हमदम का साथ💕🤝
हमदम का साथ💕🤝
डॉ० रोहित कौशिक
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
Sanjay ' शून्य'
फितरत दुनिया की...
फितरत दुनिया की...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मात-पिता केँ
मात-पिता केँ
DrLakshman Jha Parimal
दो शे'र ( अशआर)
दो शे'र ( अशआर)
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
🌺आलस्य🌺
🌺आलस्य🌺
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
इश्क़—ए—काशी
इश्क़—ए—काशी
Astuti Kumari
डाकू आ सांसद फूलन देवी।
डाकू आ सांसद फूलन देवी।
Acharya Rama Nand Mandal
लतियाते रहिये
लतियाते रहिये
विजय कुमार नामदेव
!! शब्द !!
!! शब्द !!
Akash Yadav
हम कोई भी कार्य करें
हम कोई भी कार्य करें
Swami Ganganiya
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
Pramila sultan
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Dr Archana Gupta
💐प्रेम कौतुक-177💐
💐प्रेम कौतुक-177💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
★उसकी यादों का साया★
★उसकी यादों का साया★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Loading...