Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2017 · 1 min read

मुक्तक

क्यों तुम मेरे ख्यालों में आकर चली जाती हो?
अपनी जुल्फों को बिखराकर चली जाती हो!
रग रग में उमड़ आता है तूफान हुस्न का,
तुम जो फूल सा मुस्कुराकर चली जाती हो!

#महादेव_की_कविताऐं'(25)जज

Language: Hindi
481 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नारियों के लिए जगह
नारियों के लिए जगह
Dr. Kishan tandon kranti
दूर नज़र से होकर भी जो, रहता दिल के पास।
दूर नज़र से होकर भी जो, रहता दिल के पास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जैसे एकसे दिखने वाले नमक और चीनी का स्वाद अलग अलग होता है...
जैसे एकसे दिखने वाले नमक और चीनी का स्वाद अलग अलग होता है...
Radhakishan R. Mundhra
धनतेरस
धनतेरस
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
दोस्ती
दोस्ती
Kanchan Alok Malu
@ !!
@ !! "हिम्मत की डोर" !!•••••®:
Prakhar Shukla
* शुभ परिवर्तन *
* शुभ परिवर्तन *
surenderpal vaidya
निराकार वह कौन (कुंडलिया)
निराकार वह कौन (कुंडलिया)
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-339💐
💐प्रेम कौतुक-339💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
किसी का यकीन
किसी का यकीन
Dr fauzia Naseem shad
यादों के झरने
यादों के झरने
Sidhartha Mishra
■ सकारात्मकता...
■ सकारात्मकता...
*Author प्रणय प्रभात*
रमेशराज की 3 तेवरियाँ
रमेशराज की 3 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
श्री गणेश का अर्थ
श्री गणेश का अर्थ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कहने को सभी कहते_
कहने को सभी कहते_
Rajesh vyas
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
कल रहूॅं-ना रहूॅं..
कल रहूॅं-ना रहूॅं..
पंकज कुमार कर्ण
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मैं तन्हाई में, ऐसा करता हूँ
मैं तन्हाई में, ऐसा करता हूँ
gurudeenverma198
बड़े भाग मानुष तन पावा
बड़े भाग मानुष तन पावा
आकांक्षा राय
तेरी मधुर यादें
तेरी मधुर यादें
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"किस बात का गुमान"
Ekta chitrangini
मेरे होंठों पर
मेरे होंठों पर
Surinder blackpen
चलो दो हाथ एक कर ले
चलो दो हाथ एक कर ले
Sûrëkhâ Rãthí
हाइकु: गौ बचाओं.!
हाइकु: गौ बचाओं.!
Prabhudayal Raniwal
#दुर्दिन_हैं_सन्निकट_तुम्हारे
#दुर्दिन_हैं_सन्निकट_तुम्हारे
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आसान नहीं होता...
आसान नहीं होता...
Dr. Seema Varma
प्रथम दृष्टांत में यदि आपकी कोई बातें वार्तालाभ ,संवाद या लि
प्रथम दृष्टांत में यदि आपकी कोई बातें वार्तालाभ ,संवाद या लि
DrLakshman Jha Parimal
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
नूरफातिमा खातून नूरी
2560.पूर्णिका
2560.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Loading...