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24 Apr 2020 · 1 min read

मुक्तक

आज इस पल की एक आफत हुई है।
साथ मेरे थोड़ी शरारत हुई है।
यादों में कम, जिसे रटता हूं हर दम,
ऐसी गुज़ारिश एक चाहत हुई है।।
– शिवम राव मणि

Language: Hindi
356 Views
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