Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2020 · 1 min read

मुक्तक

कौन मांगें दो जहां का ऎसो आराम
हम तो अपनी ख़ब्ती के कायल हैं !

तुम को दरकार हो तो रख लो खुदा
मेरा जी अभी भूखे जिस्म में घायल है !!
~ सिद्धार्थ

Language: Hindi
1 Like · 206 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लोग कह रहे हैं राजनीति का चरित्र बिगड़ गया है…
लोग कह रहे हैं राजनीति का चरित्र बिगड़ गया है…
Anand Kumar
गुड़िया
गुड़िया
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मत पूछो मुझ पर  क्या , क्या  गुजर रही
मत पूछो मुझ पर क्या , क्या गुजर रही
श्याम सिंह बिष्ट
एक मां ने परिवार बनाया
एक मां ने परिवार बनाया
Harminder Kaur
अपने आलोचकों को कभी भी नजरंदाज नहीं करें। वही तो है जो आपकी
अपने आलोचकों को कभी भी नजरंदाज नहीं करें। वही तो है जो आपकी
Paras Nath Jha
मैं धरा सी
मैं धरा सी
Surinder blackpen
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
पंछी और पेड़
पंछी और पेड़
नन्दलाल सुथार "राही"
बड़ा गहरा रिश्ता है जनाब
बड़ा गहरा रिश्ता है जनाब
शेखर सिंह
उसकी ख़ामोश आहें
उसकी ख़ामोश आहें
Dr fauzia Naseem shad
*सुबह उगा है जो सूरज, वह ढल जाता है शाम (गीत)*
*सुबह उगा है जो सूरज, वह ढल जाता है शाम (गीत)*
Ravi Prakash
इंतजार युग बीत रहा
इंतजार युग बीत रहा
Sandeep Pande
बिताया कीजिए कुछ वक्त
बिताया कीजिए कुछ वक्त
पूर्वार्थ
फीसों का शूल : उमेश शुक्ल के हाइकु
फीसों का शूल : उमेश शुक्ल के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
The World on a Crossroad: Analysing the Pros and Cons of a Potential Superpower Conflict
The World on a Crossroad: Analysing the Pros and Cons of a Potential Superpower Conflict
Shyam Sundar Subramanian
2737. *पूर्णिका*
2737. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मां कृपा दृष्टि कर दे
मां कृपा दृष्टि कर दे
Seema gupta,Alwar
चैन क्यों हो क़रार आने तक
चैन क्यों हो क़रार आने तक
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
रमेशराज की पद जैसी शैली में तेवरियाँ
रमेशराज की पद जैसी शैली में तेवरियाँ
कवि रमेशराज
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
दिया एक जलाए
दिया एक जलाए
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐प्रेम कौतुक-188💐
💐प्रेम कौतुक-188💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"भलाई"
Dr. Kishan tandon kranti
मातृभाषा
मातृभाषा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कभी चुभ जाती है बात,
कभी चुभ जाती है बात,
नेताम आर सी
बहती नदी का करिश्मा देखो,
बहती नदी का करिश्मा देखो,
Buddha Prakash
दुनिया दिखावे पर मरती है , हम सादगी पर मरते हैं
दुनिया दिखावे पर मरती है , हम सादगी पर मरते हैं
कवि दीपक बवेजा
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
জীবনের অর্থ এক এক জনের কাছে এক এক রকম। জীবনের অর্থ হল আপনার
জীবনের অর্থ এক এক জনের কাছে এক এক রকম। জীবনের অর্থ হল আপনার
Sakhawat Jisan
'मरहबा ' ghazal
'मरहबा ' ghazal
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...