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8 Feb 2019 · 1 min read

मुक्तक

तीर खंजर की न अब तलवार की बातें रहें,
जिन्दगी में आइये बस प्यार की बातें रहें,
तितलियों की बात हो या फिर गुलों की बात हो
क्या जरूरी है कि हरदम खार की बातें रहें

Language: Hindi
233 Views
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