Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2019 · 1 min read

मुक्तक

“हमारे दर्द का दिल से बहुत रिश्ता पुराना है,
बहुत ग़म सह लिये हमने, ज़रा अब मुस्कराना है,
तुम्हारे और हमारे दरमियाँ इतना सा रिश्ता है,
हमें हैं इम्तिहां देने, तुम्हें बस आजमाना है “

Language: Hindi
197 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
भला दिखता मनुष्य
भला दिखता मनुष्य
Dr MusafiR BaithA
3179.*पूर्णिका*
3179.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शायद ऐसा भ्रम हो
शायद ऐसा भ्रम हो
Rohit yadav
विश्व जल दिवस
विश्व जल दिवस
Dr. Kishan tandon kranti
जब तात तेरा कहलाया था
जब तात तेरा कहलाया था
Akash Yadav
थोपा गया कर्तव्य  बोझ जैसा होता है । उसमें समर्पण और सेवा-भा
थोपा गया कर्तव्य बोझ जैसा होता है । उसमें समर्पण और सेवा-भा
Seema Verma
जिस के नज़र में पूरी दुनिया गलत है ?
जिस के नज़र में पूरी दुनिया गलत है ?
Sandeep Mishra
कुछ समय पहले
कुछ समय पहले
Shakil Alam
डॉक्टर
डॉक्टर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मिलना अगर प्रेम की शुरुवात है तो बिछड़ना प्रेम की पराकाष्ठा
मिलना अगर प्रेम की शुरुवात है तो बिछड़ना प्रेम की पराकाष्ठा
Sanjay ' शून्य'
शेर
शेर
SHAMA PARVEEN
The sky longed for the earth, so the clouds set themselves free.
The sky longed for the earth, so the clouds set themselves free.
Manisha Manjari
साधुवाद और धन्यवाद
साधुवाद और धन्यवाद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आज के युग का सबसे बड़ा दुर्भाग्य ये है
आज के युग का सबसे बड़ा दुर्भाग्य ये है
पूर्वार्थ
बेरोजगारी।
बेरोजगारी।
Anil Mishra Prahari
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
भागो मत, दुनिया बदलो!
भागो मत, दुनिया बदलो!
Shekhar Chandra Mitra
वक्त कब लगता है
वक्त कब लगता है
Surinder blackpen
କେବଳ ଗୋଟିଏ
କେବଳ ଗୋଟିଏ
Otteri Selvakumar
■ त्रिवेणी धाम : हरि और हर का मिलन स्थल
■ त्रिवेणी धाम : हरि और हर का मिलन स्थल
*Author प्रणय प्रभात*
जब तुम नहीं सुनोगे भैया
जब तुम नहीं सुनोगे भैया
DrLakshman Jha Parimal
चुलबुली मौसम
चुलबुली मौसम
Anil "Aadarsh"
मुनादी कर रहे हैं (हिंदी गजल/ गीतिका)
मुनादी कर रहे हैं (हिंदी गजल/ गीतिका)
Ravi Prakash
प्रेम प्रतीक्षा करता है..
प्रेम प्रतीक्षा करता है..
Rashmi Sanjay
क्या हुआ गर नहीं हुआ, पूरा कोई एक सपना
क्या हुआ गर नहीं हुआ, पूरा कोई एक सपना
gurudeenverma198
फूलों की बात हमारे,
फूलों की बात हमारे,
Neeraj Agarwal
आकर्षण मृत्यु का
आकर्षण मृत्यु का
Shaily
कुछ पल साथ में आओ हम तुम बिता लें
कुछ पल साथ में आओ हम तुम बिता लें
Pramila sultan
दर्द अपना है तो तकलीफ़ भी अपनी होगी
दर्द अपना है तो तकलीफ़ भी अपनी होगी
Dr fauzia Naseem shad
Loading...